हिंदू पुराणो के अनुसार सबसे बेहतरीन योद्धाओं मे अनेक योद्धाओं का नाम आता है। जैसे भगवान राम के पूर्वज जिन्होंने सात द्वीपों का निर्माण करके पूरे विश्व मे राज किया। राजा सगर, जिन्होंने समुद्र का निर्माण किया। राजा रघु, जिन्होंने एक तिनके के बाण से रावण को समुद्र के पार फेंक दिया।
भगवान राम के पुत्र लव और कुश, जिन्होेंने भगवान राम की सेना को हरा दिया। अधर्मी क्षत्रियों का संहार करने वाले भगवान परशु राम, जिन्होंने सहस्त्र बाहू और उसकी सेना का संहार किया। महाभारत के भीष्म, जिन्होंने अपने गुरु परशु राम को पराजित करने का कीर्तिमान स्थापित किया।
महाभारत का अर्जुन, जिसने महाभारत युद्ध के पहले ही कीरात/विराट के युद्ध मे अकेले ही पूरी कौरव सेना सहित कर्ण, अश्वत्थामा, द्रोंण् और भीष्म पितामह को पराजित किया। हनुमानजी भी सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं मे एक हैं। कलियुग मे भी शानदार योद्धा हुए, जैसे सम्राट विक्रमादित्य जिन्होंने सारी धरती जीत कर अपने भाई को राज करने को दिया। राजा भोज जो मक्का तक म्लेछों को पराजित किया। महाराज पुष्यमित्र जिन्होंने अशोक के मौर्य वंश को समाप्त किया और बौद्धों से हिंदू धर्म की रक्षा की। महाराज शालिवाहन जिन्होंने म्लेछों को भारत से समाप्त किया।
लेकिन जब पुराण के अनुसार सर्व श्रेष्ठ योद्धा की बात आती है तो भगवान के अवतार ही प्रमुख हैं। भगवान कृष्ण लक्ष्मणा के साथ विवाह के समय लक्ष्मणा के पिता ने अपनी पुत्री के विवाह उसी वीर से करने का निश्चय किया, जो की पानी में मछली की परछाई देखकर मछली पर निशाना लगा सके। शिशुपाल, कर्ण, दुर्योधन, अर्जुन कोई भी इस लक्ष्य का भेद न कर सका। तब भगवान कृष्ण ने केवल परछाई देखकर मछली पर निशाना लगाकर स्वयंवर में विजयी हुए और लक्ष्मणा के साथ विवाह किया।
महाभारत काल मे ही बाणासुर, भगवान शंकर और कार्तिकेय को भगवान कृष्ण ने युद्ध मे हरा दिया। निसंदेह भगवान कृष्ण से श्रेष्ठ योद्धा कोई नही है। एक बात और बताना उचित होगा कि विभूति योग मे भगवान कृष्ण ने अर्जुन से बताया कि, “ शस्त्र धारियों मे भगवान राम सर्व श्रेष्ठ है”। भगवान राम के पास जो अस्त्र शस्त्र थे, उनमे से अनेकों अस्त्र शस्त्र किसी काल मे किसी योद्धा के आसपास नही थे। भगवान राम और रावण के बीच मे हुए युद्ध मे रावण द्वारा प्रयोग किए गए अस्त्र शस्त्र,तकनीकि और भगवान राम द्वारा उन्हें काटना अद्भुद है, जिन्हे साधारण मनुष्य ना तो वर्णन कर पाते हैं और ना ही समझ पाते हैं। इसलिए जब योद्धाओं की बात करें तो भगवान राम/कृष्ण के समान कोई योद्धा नही हैं और ना हो सकते हैं। यहाँ आदि शक्ति दुर्गा माता के बारे मे नही कहा गया, क्योंकि हम उन्हे शामिल कर रहे हैं, जो मनुष्य जीवन जिये हैं।
द्वारा
लवलेश गौतम
भगवान राम के पुत्र लव और कुश, जिन्होेंने भगवान राम की सेना को हरा दिया। अधर्मी क्षत्रियों का संहार करने वाले भगवान परशु राम, जिन्होंने सहस्त्र बाहू और उसकी सेना का संहार किया। महाभारत के भीष्म, जिन्होंने अपने गुरु परशु राम को पराजित करने का कीर्तिमान स्थापित किया।
महाभारत का अर्जुन, जिसने महाभारत युद्ध के पहले ही कीरात/विराट के युद्ध मे अकेले ही पूरी कौरव सेना सहित कर्ण, अश्वत्थामा, द्रोंण् और भीष्म पितामह को पराजित किया। हनुमानजी भी सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं मे एक हैं। कलियुग मे भी शानदार योद्धा हुए, जैसे सम्राट विक्रमादित्य जिन्होंने सारी धरती जीत कर अपने भाई को राज करने को दिया। राजा भोज जो मक्का तक म्लेछों को पराजित किया। महाराज पुष्यमित्र जिन्होंने अशोक के मौर्य वंश को समाप्त किया और बौद्धों से हिंदू धर्म की रक्षा की। महाराज शालिवाहन जिन्होंने म्लेछों को भारत से समाप्त किया।
लेकिन जब पुराण के अनुसार सर्व श्रेष्ठ योद्धा की बात आती है तो भगवान के अवतार ही प्रमुख हैं। भगवान कृष्ण लक्ष्मणा के साथ विवाह के समय लक्ष्मणा के पिता ने अपनी पुत्री के विवाह उसी वीर से करने का निश्चय किया, जो की पानी में मछली की परछाई देखकर मछली पर निशाना लगा सके। शिशुपाल, कर्ण, दुर्योधन, अर्जुन कोई भी इस लक्ष्य का भेद न कर सका। तब भगवान कृष्ण ने केवल परछाई देखकर मछली पर निशाना लगाकर स्वयंवर में विजयी हुए और लक्ष्मणा के साथ विवाह किया।
महाभारत काल मे ही बाणासुर, भगवान शंकर और कार्तिकेय को भगवान कृष्ण ने युद्ध मे हरा दिया। निसंदेह भगवान कृष्ण से श्रेष्ठ योद्धा कोई नही है। एक बात और बताना उचित होगा कि विभूति योग मे भगवान कृष्ण ने अर्जुन से बताया कि, “ शस्त्र धारियों मे भगवान राम सर्व श्रेष्ठ है”। भगवान राम के पास जो अस्त्र शस्त्र थे, उनमे से अनेकों अस्त्र शस्त्र किसी काल मे किसी योद्धा के आसपास नही थे। भगवान राम और रावण के बीच मे हुए युद्ध मे रावण द्वारा प्रयोग किए गए अस्त्र शस्त्र,तकनीकि और भगवान राम द्वारा उन्हें काटना अद्भुद है, जिन्हे साधारण मनुष्य ना तो वर्णन कर पाते हैं और ना ही समझ पाते हैं। इसलिए जब योद्धाओं की बात करें तो भगवान राम/कृष्ण के समान कोई योद्धा नही हैं और ना हो सकते हैं। यहाँ आदि शक्ति दुर्गा माता के बारे मे नही कहा गया, क्योंकि हम उन्हे शामिल कर रहे हैं, जो मनुष्य जीवन जिये हैं।
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लवलेश गौतम
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